शरद पवार का प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बयान आया सामने, राजनेताओं की राजनीती
- sakshi
- Wednesday Jan,2024
22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यकर्म आयोजित होना है. जिसके के लिए देश भर के लोग 500 वर्षो से इस दिन की प्रतिसक्षा कर रहे है. देश भर से कई बड़े-बड़े लोगों के साथ राजनेताओं को भी आमंत्रण भेजा गया था. उसमे NCP सुप्रीमो शरद पवार को भी आमंत्रण भेजा गया था, जिसको लेकर अब उन्होंने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय को पत्र लिख कर आभार व्यक्त किया साथ ही कहा की प्राण प्रतिष्ठा के बाद समय निकालकर आएंगे. तभ तक मंदिर का कार्य भी पूरा हो जायेगा. प्राण प्रतिष्ठा के कार्यकर्म में बाद में आने का कहकर ये पहले नेता नहीं है. इससे पहले कांग्रेस ने भी प्राण प्रतिष्ठा के कार्यकर्म में आने से मना किया हैं. दरहसल कांग्रेस चेयरपर्सन सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता अधीर रंजन चौधरी का प्राण प्रतिष्ठा के लिए आमंत्रण भेजा गया था. लेकिन उन्होंने 22 जनवरी का चुनाव के दिन बोलकर और RSS, बीजेपी का आयोजन बोलकर आने से मना कर दिया. विपक्ष का कहना हैं की इस मुद्दे पर "बीजेपी राजनीति कर रही है." की चुनाव का एजेंडा सेट कर रही हैं. वही बीजेपी का कहना हैं की कोई भी भगवन राम से ऊपर नहीं हैं.
22 जनवरी का दिन पुरे देश के लिए गौरव का दिन हैं. सतयुग वापिस आ रहा है, श्री राम वापिस आ रहे हैं लेकिन राजनेताओं को ये दिन भी अपने फायदे के तौर पर दिख रहा हैं तभी तो इस पावन दिन को राजनैतिक मुद्दा बना रहे हैं. ओर साथ ही लोगों की आस्था के साथ भी खेल रहे है. इस पर किसी विपक्ष को ध्यान नहीं है की ये दिन दिवाली को उत्सव का है, बस सभी नेता इससे चुनावी मुद्दे के तौर पर ले रहे है. सतयुग आने वाला है लेकिन लोगों के दिलो से कड़वाहट नहीं निकल रही है.
News by jagtobharat
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