क्यों रुक सकता है किसानों का दिल्ली कूच, आंदोलन की क्या बड़ी वजह
- sakshi
- Monday Feb,2024
Kisan आंदोलन 2.0 शुरू हो गया है. इसी कड़ी में किसान पंजाब से दिल्ली कूच के लिए रवाना हुए हैं. किसान अमृतसर से दिल्ली-नेशनल हाईवे के जरिये हरियाणा में घुसने की तैयारी में हैं. इसलिए सुरक्षा के इंतज़ाम कड़े कर दिए है. किसान पंजाब, हरियाणा, यूपी, राजस्थान समेत कई राज्यों से दिल्ली कूच करने की तैयारी में हैं. आंदोलन का नाम 'चलो दिल्ली' मार्च रखा गया है. इस आंदोलन में सभी किसान संगठन तो शामिल नहीं होंगे लेकिन फिर भी प्रशाशन इस बार कोई भी रिस्क नहीं लेना चाहती है. 26 किसान संगठनों ने 13 फरवरी को 'दिल्ली चलो' कूच करना है, इसी के बीच भारतीय किसान यूनियन उगराहां गुट ने 16 फरवरी को भी भारत बंद का एलान कर दिया है।
क्या है किसानों की मांग
भारतीय किसान फिर आंदोलन की राह पर निकल पड़े है. उनके आंदोलन करने की सबसे बड़ी वजह सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर है. किसानों की कुल 12 मुख्य मांगें हैं. इन्हीं मांगों को लेकर चंडीगढ़ में सोमवार शाम को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और किसान नेताओं के बीच मीटिंग होगी.
धारा 144 लागू
दिल्ली से सटे हरियाणा, पंजाब और यूपी के बॉर्डर पर एहतियात बढ़ा दिए है. बॉर्डर को कटीले तार, सीमेंट के बैरिकेड से कवर किया जा रहा है. प्रदर्शनकारियों को बॉर्डर पर ही रोके जाने की तैयारी है. किसान मार्च को देखते हुए उत्तर पूर्वी दिल्ली में धारा 144 लागू भी की गई है. News रिपोर्ट की माने तो उत्तराखंड और मध्य प्रदेश से भी किसान दिल्ली पहुंच सकते हैं. किसान आंदोलन को लेकर पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि वो किसानों के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार से हल निकालने और मीटिंग करने के लिए कहा है. इस बीच पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर को तंबू में तब्दील कर दिया है.
अगर आज किसानों से होने वाली बातचीत का भी कोई हल नहीं निकलता है तो गाजीपुर बॉर्डर को पूरी तरह से सील किया जा सकता है.
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